नाग मंदिर मंतलाई पहाड़ी की चोटी पर स्थित भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक माना जाता है। 600 साल पुराने इस मंदिर का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व कल्पना से भी परे है।
नाथाटॉप पटनीटॉप में घूमने के लिए सबसे खूबसूरत और लोकप्रिय जगह में से एक है। नाथाटॉप 2711 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, यहां तक पहुंचने के लिए आपको पटनीटॉप से एक छोटा ट्रेक करना होगा। यह ट्रेक आपको नाथाटॉप की आकर्षक घाटी तक ले जाता है।
यह जगह पटनीटॉप में पर्यटकों की पहली पसंद मानी जाती है। क्योंकि आपको यहां एशिया में मौजूद सबसे ऊंची गोंडोला सवारी करने का मौका मिलता है। शानदार मौसम के साथ एक शांत घाटी का दृश्य, यह 15 मिनट की सवारी आपकी यात्रा का मुख्य आकर्षण होती है।
पटनीटॉप एक खूबसूरत हिल स्टेशन है यह बात आप जानते हो। वैसे तो पटनीटॉप में कही सारे पार्क है यह पार्क जिसका नाम पटनीटॉप पार्क है इस की बात सबसे अलग है।
सुध महादेव पटनीटॉप में घूमने के लिए प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, यह मंदिर लगभग हजारों साल पहले बनाया गया था। इस मंदिर में साल भर बड़ी संख्या में शिव भक्त आते हैं।
अगर आप पटनीटॉप में अपनी लिस्ट में अलग दर्शनीय स्थल को जोड़ना चाहते हैं। तो बगलिहार बांध सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।
बिल्लो की पौरी इस जगह को पहाड़ को काटकर बनाया गया है, बिल्लो की पोवरी एक सीढ़ी से 270 सीढ़ियाँ हैं जो पटनीटॉप में दवारियाई नामक स्थान से जुड़ती हैं।
शिव गढ़ उन लोगों की सबसे पहेली पसंद है होती है जो पटनीटॉप में शानदार ट्रैकिंग करना चाहते हैं। शिव गढ़ की ऊंचाई समुद्र स्तर से 3500 मीटर है। यदि आप अपने आप को शहर की भीड़ दूर रखना चाहते हैं।
माधातोप पटनीटॉप की एक लोकप्रिय जगह है। यहां पहुंचने के लिए आपको पटनीटॉप से 5 किलोमीटर का छोटा ट्रेक करना होगा यह ट्रेक आपको माधातोप तक पहुंचा देगा। अगर आपको एडवेंचर के शौकीन है।
यह झील पटनीटॉप शहर से सिर्फ 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस झील का नाम जम्मू और कश्मीर के उधमपुर जिले की दो झीलों सना और सार के नाम पर रखा गया है। इस झील की सुंदरता आपको स्विट्जरलैंड की याद दिला देगी।