कंचनजंगा दुनिया का तीसरा सबसे ऊँचा पर्वत है, यह पूर्वी हिमालय में नेपाल और भारत की सीमा पर स्थित है।
कंचनजंगा को नेपाली और सिक्किम के लोग एक पवित्र पर्वत मानते है। कंचनजंगा की पहली सफल चढ़ाई 1955 में की गई थी।
कंचनजंगा भारत, नेपाल और तिब्बत जैसे तीन प्रमुख देशों की सीमाओं पर स्थित है।
1849 तक एवरेस्ट और K2 की खोज से पहले, कंचनजंगा को भारत का सबसे ऊँचा पर्वत माना जाता था।
कंचनजंगा चुनौतीपूर्ण इलाके और कठोर मौसम की स्थिति के लिए जाना जाता है।
कंचनजंगा ट्रेक नेपाल के बेस कैंप युकसोम से शुरू होता है। कंचनजंगा की चढाई के दौरान माउंट खंगचेंदज़ोंगा, माउंट कोकथांग और भी कई अन्य चोटियों के शानदार नज़ारे देखने को मिलते हैं।
कंचनजंगा ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए स्वर्ग है, लेकिन कंचनजंगा ट्रेक दुनिया का सबसे कठिन ट्रेक है, इस पर्वत की चोटी पर पहुंचना किसी आम आदमी के बस की बात नहीं है।
कंचनजंगा की चोटी पर पहुंचना यह एक बड़ी उपलब्धि है।