फूलों की घाटी के ट्रेक के बारे में जानकारी - Complete Travel Guide Valley of Flowers Trek in Hindi
फूलों की घाटी को अंग्रेजी में Valley of Flowers के नाम से जाना जाता है। Valley of Flowers Trek हिमालय में भारत के सबसे लोकप्रिय ट्रेक में से एक है। जो लोग कभी हिमालय नहीं गए उन लोगों ने भी इस ट्रेक का नाम जरूर सुना होगा।
Flowers of Valley Trek धरती पर स्वर्ग का अहसास कराता है।
लेकिन Valley of Flowers की प्रसिद्ध और लोकप्रियता के पीछे एक ठोस कारण है – यह Valley of Flowers Trek भारत के सबसे पुराने और लोकप्रिय ट्रेक में से एक है।
1980 में, भारत सरकार ने फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान बनाया था, और बाद में 2002 में, इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी गई।
इसने फूलों की घाटी को दुनिया भर के ट्रेकर्स की सूचि में शामिल भी किया। फूलों की घाटी उत्तराखंड में सबसे अधिक खोजे जाने वाले स्थानों में से एक है। यह खूबसूरत घाटी लगभग 8-10 किलोमीटर तक फैली हुई है,
जब आप इस Flowers of Valley की घाटी में प्रवेश करोगे तो आप इस जगह की सुन्दरता को देख के दंग रह जायेंगे जो तस्वीरे आप इस ब्लॉग में देख पा रहे हो यह घाटी उससे कही गुना ज्यादा खूबसूरत है।
इस जगह की सुन्दरता को शब्दों में बताना बहुत मुश्किल है, इसका अनुभव आपको खुद करना होगा और यह अनुभव आपकी ज़िन्दगी के सबसे खूबसूरत अनुभव में से एक होगा।
इसकी तुलना किसी और से करना बहुत मुश्किल होगा, इस खूबसूरत घाटी में आपको कही प्रकार के फूल देखने को मिलेंगे लाल फूल, पीले फूल, पिंक फूल, यह सब फूलों की घाटी में अपने आप में एक खूबसूरत नजारा है।
आपको यहां हर तरफ खूबसूरत चोटियों के नज़ारे दिखाई देंगे।
उनमें से कुछ बर्फ से ढके हुए होते हैं, तो कुछ घास के मैदान भी शामिल जो आप इस ब्लॉग की तस्वीरों में देख पा रह होंगे, और इन सबसे ऊपर, बीच में बहती एक खूबसूरत नदी जिसका नाम है।
पुष्पावती नदी, इस नदी का नज़ारा ज्यादा तर ट्रेकर्स मिस कर देते है।
लेकिन आपको यह नज़ारा बिलकुल भी मिस नहीं करना है। पुष्पावती नदी इस जगह की सुन्दरता में चार चाँद लगा देती है।
फूलों की घाटी का ट्रेक पूरा करने में आपको कितने दिन का समय लगेगा - Valley of Flowers Trek Duration?
आपको Valley of Flowers का Trek करने में 4 दिन का समय लग सकता है। ( अगर आपकी यात्रा हरिद्वार से शुरू होती है तो। )
फूलों की घाटी का ट्रेक कितने किलोमीटर का है - Valley of Flowers Trek Distance?
फूलों की घाटी का ट्रेक 11 किलोमीटर का है।
फूलों की घाटी का ट्रेक कहा से शुरू होता है - Valley of Flowers Trek Starting Point?
फूलों की घाटी का ट्रेक गोविन्द घाट Uttarakhand से शुरू होता है।
अब शुरू होती है, फूलों की घाटी की यात्रा -Journey Begins Valley of Flowers
दिन 1: हरिद्वार से गोविंदघाट तक - Haridwar to Govindghat
सबसे पहले आप हरिद्वार पहुंचें और हरिद्वार से अपनी गोविंद घाट के लिए यात्रा शुरू करें। हरिद्वार से गोविंद घाट का रास्ता बद्रीनाथ हाईवे से होता हुए जाता है इस सफर में आप खूबसूरत अलकनंदा नदी के किनारे यात्रा करते हो।
हरिद्वार से गोविंद घाट पहुंचने में आपको लगभग 11 से 12 घंटे का समय लगेगा।
दिन 2: गोविंदघाट से घांघरिया तक ट्रेक - Govindghat to Ghangaria
अब आपको गोविंद घाट से घांघरिया पहुंचना है। पहले गोविंद घाट से घांघरिया तक सभी को ट्रेक करके जाना पढ़ता था। लेकिन अब यहां गोविंद घाट से घांघरिया तक का रोड बन गया है।
तो आप गोविंद घाट से घांघरिया के लिए टैक्सी करके भी पहुंच सकते हो या फिर आप गोविंद घाट से घांघरिया तक ट्रेक करके भी जा सकते हो गोविंद घाट से घांघरिया की दूरी 4 किलोमीटर की है।
और इस रास्ते में आपको कई सारे ढाबे दिखेंगे जो आपको स्वादिष्ट भोजन परोसते हैं और एक गुरुद्वारा भी है जो आपको मुफ्त में स्वादिष्ट भोजन प्रदान करता है।
अब आपको गोविंद घाट से घांघरिया पहुंचने के बाद एक रात घांघरिया में ही रुकना है।
यहां आपको होटल्स मिलजाएँगे। और कोशिश करें की आप गोविंद घाट से घांघरिया तक टैक्सी ना करके पेडल ट्रेक करें क्योंकि यह रास्ता भी बहुत खूबसूरत है और आप गोविंद घाट से घांघरिया तक आप नदी के किनारे चलेंगे।
दिन 3: घांघरिया से फूलों की घाटी और वापस घांघरिया तक ट्रेक करें - Ghangaria to Valley of Flowers and back to Ghangaria
आज आपको घांघरिया से फूलों की घाटी का ट्रेक करना है जिसकी दूरी घांघरिया से 7.5 किलोमीटर की होगी इस 7.5 किलोमीटर में आपका आना और जाना दोनों शामिल है, इसका मतलब आपकी एक तरह की दूरी 3.5 की होगी।
Valley of Flowers Trek करने लिए आप अपने होटल से सुबह जल्दी निकल जाए Valley of Flowers सुबह 7 बजे खुल जाता है।
तो आप अपने होटल से सुबह 6 बजे निकल जाएं। और Valley of Flowers Trek के लिए अपना टिकट खरीद ले। उसके बाद आप आज पूरा दिन ट्रैकिंग करेंगे और Valley of Flowers Trek का मज़ा उठाएंगे।
खास बात :- आपका Valley of Flowers का Trek सुबह 7 बजे शुरू हो जाता है ,और आपको शामको 5 बजे तक वापिस भी पहुंचना होता है।
दिन 4: घांघरिया से गोविंदघाट तक ट्रेक करें - back to Govindghat from Ghangaria
अब आप अपना Valley of Flowers Trek का ट्रेक पूरा करके वापिस घांघरिया से गोविंदघाट तक ट्रेक करें या आप यहां से टैक्सी करके भी घांघरिया से गोविंद घाट तक पहुंच सकते हो। लेकिन मैरी सलाह आपको यह है।
की आप वापस जाने से पहले,आप हेमकुंड साहिब को भी कवर कर लें, हेमकुंड साहिब आपकी यात्रा में एक और दिन और 6 घंटे का ट्रेक जोड़ देगा। हेमकुंड साहिब के दर्शन जरूर करें।
फूलों की घाटी का ट्रेक आप आसानी से कर सकते हो। लेकिन हेमकुंड साहिब की चढ़ाई आपको अगले स्तर पर चुनौती देती है और यह आसान बिलकुल भी नहीं है। यह 6 किलोमीटर का ट्रेक आपको लगभग 4,000 फीट की उचाई पे ले जाता है।
यह न केवल एक नई चुनौती पेश करता है, बल्कि यह आपको एक ऐसे सुंदर क्षेत्र में भी ले जाता है जिसकी आपने उम्मीद भी नहीं की होगी।
फूलों की घाटी का ट्रेक क्यों प्रसिद्ध है - Why Valley of Flowers Trek Famous?
- Valley of Flowers ट्रेकिंग के लिए प्रसिद्ध है।
- फूलों की घाटी के लिए ट्रेक और अपनी प्रकृति की सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।
- Valley of Flowers Trek भारतीय राष्ट्रीय उद्यान के लिए प्रसिद्ध है।
- फूलों की घाटी का ट्रेक पुष्पावती नदी के लिए प्रसिद्ध है।
- Valley of Flowers Trek फोटोग्राफी के लिए प्रसिद्ध।
- फूलों की घाटी का ट्रेक अल्पाइन के फूलों के लिए प्रसिद्ध है।
फूलों की घाटी का ट्रेक करने का सबसे अच्छा समय - Best time to Visit Valley of Flowers Trek?
फूलों की घाटी का ट्रेक करने का सबसे अच्छा समय है जुलाई के मध्य से अगस्त के मध्य तक है।
फूलों की घाटी का ट्रेक करना कितना कठिन है - Valley of Flowers Trek Difficulty Level?
Valley of Flowers Trek की चढाई वो लोग भी कर सकते है। जो लोग पहली बार ट्रेक कर रहें है। Valley of Flowers Trek की चढाई ज्यादा कठिन नहीं है। आप इसे आसानी से कर सकते हो।
हरिद्वार से वैली ऑफ़ फ्लावर्स के रास्ते में कौन कौन सी जगह आएगी।
सबसे पहले आप जाएंगे :-
- हरिद्वार से ऋषिकेश
- ऋषिकेश से श्रीनगर
- श्रीनगर से रुद्रप्रयाग
- रुद्रप्रयाग से नन्दप्रयाग
- नन्दप्रयाग से जोशीमठ
- जोशीमठ से गोविन्द घाट
फूलों की घाटी के ट्रेक तक कैसे पहुंचे - How to reach Valley of Flowers Trek Uttarakhand in Hindi?
ट्रैन ( By Train ) : वैली ऑफ़ फ्लावर्स के सबसे पास रेलवे स्टेशन ऋषिकेश में है। आप ऋषिकेश तक ट्रैन की मदत से पहुंच सकते हो। और उसके बाद आप ऋषिकेश से गोविन्द घाट के लिए टैक्सी कर सकते हो यह टैक्सी आपको 11 से 12 घंटे में गोविन्द घाट पहुंचा देगी।
रोड ( By Road) : आप सड़क के रास्ते से भी वैली ऑफ़ फ्लावर्स पहुंच सकते हो आपको ऋषिकेश से जोशीमठ के लिए बस मिल जायेगी जोकि आपको 10 से 11 घंटे में जोशीमठ पहुंचा देगी और फिर जोशीमठ से गोविन्द घाट की दूरी 20 किलोमीटर की है, आपको जोशीमठ से ही गोविन्द घाट के लिए बस मिल जायेगी।
फूलों की घाटी में प्रवेश करने का कितना शुल्क है - Valley of Flowers Entry Fee?
- भारतीयों के लिए 150 रुपये शुल्क है।
- विदेशियों के लिए 650 रुपये शुल्क है।
प्रश्न और उत्तर - FAQ
1. हेमकुंड साहिब की पैदल दूरी कितनी है - How long is the walk to Hemkund Sahib?
घांघरिया गांव पहुंचने के बाद, आप हेमकुंड साहिब के लिए ट्रेक शुरू कर सकते हो।और घांघरिया से हेमकुंड साहिब की दूरी 6 किलोमीटर की है,और इसमें लगभग 4-5 घंटे लगेंगे।
2. कितना खर्च आ सकता है यह ट्रेक करने में - what is the budget for flowers of valley Trek?
इस ट्रेक को करने में आपके 8000 तक खर्च हो सकते है।
3. क्या हम फूलों की घाटी में रुक सकते हैं - Can we stay in Valley of Flowers?
किसी को भी फूलों की घाटी में रात को रुकने की अनुमति नहीं है।
4. किस महीने में फूलों की घाटी का ट्रेक जनता के लिए खुला होता है।
फूलों की घाटी का ट्रेक हर साल 1 जून को जनता के लिए खोला जाता है। और जून से अक्टूबर तक खुला रहता है।
5. किस महीने में फूलों की घाटी का ट्रेक जनता के लिए बंद कर दिया जाता है।
फूलों की घाटी का ट्रेक 31st अक्टूबर के बाद जनता के लिए बंद कर दिया जाता है।
फूलों की घाटी के आस-पास घूमने की जगहें - Places to visit Nearby Valley of Flowers
औली उत्तराखंड - Auli
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Useful information
Thanks
Very interesting,good job and thanks for sharing such a good blog.
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Thanks, Lina Rane