जॉर्ज एवरेस्ट के बारे में - About George Everest Mussoorie in Hindi
George Everest Mussoorie, जॉर्ज एवरेस्ट यह नाम माउंट एवरेस्ट की याद दिलाता है। क्योंकि इसके नाम के पीछे एवरेस्ट है, जितना यह सुनने और बोलने में शानदार है उतना ही यह असल में भी है। चलिए अब तोहड़ा इस जगह के बारे में भी जान लेते है।
यह जगह Mussoorie के गांधी चौक से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। “Mussoorie को Hills of Queen” के नाम से भी जाना जाता है।
जॉर्ज एवरेस्ट Mussoorie के पास सबसे शानदार और खूबसूरत जगह में से एक है। George Everest peak समुद्र तल से 2005 मीटर (6578 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है।
अगर आप Mussoorie घूमने जाते हो तो आपकी सूची में जॉर्ज एवरेस्ट का नाम जरूर होना चाहिए।
आज के समय में George Everest युवा पीढ़ी के बीच एक लोकप्रिय जगह बन गयी है। George Everest Peak कैंपिंग, पिकनिक और एडवेंचर आउटिंग के लिए भी पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय जगह बनती जा रही है।
जो भी पर्यटक Mussoorie घूमने के लिए आता है वो George Everest पर जाने की इच्छा जरूर रखता है। George Everest से दिखने वाला नज़ारा सच में बेहद खूबसूरत और अद्भुत होता है। जिसे शब्दों में बता पाना मुश्किल है।
George Everest Peak से आप बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियों का नज़ारा साफ़ देख सकते हो और यहां से आपको दून घाटी के अद्भुत दृश्य भी साफ़ दिखाई देते है।
जॉर्ज एवरेस्ट हाउस के बारे में - About George Everest House
सर जॉर्ज एवरेस्ट का जन्म 4th जुलाई 1790 में हुआ था। उत्तराखंड के मसूरी में स्थित जॉर्ज एवरेस्ट हाउस जिसे एक प्रयोगशाला (laboratory) भी कहते है। यह जगह 1832 में सर जॉर्ज एवरेस्ट द्वारा बनाई गयी थी। जिनको 1830 में भारत के जनरल ऑफ सर्विंग के रूप में नियुक्त किया गया था।
उसके बाद सर जॉर्ज एवरेस्ट ने 1832 “जॉर्ज एवरेस्ट पीक” के बारे में जाना और यही से सर जॉर्ज एवरेस्ट ने अपनी ट्रिगोनोमेट्रिक की मदद से सभी ऊंची चोटियों को मापने का काम शुरू कर दिया ऐसा उन्होंने इसलिए भी किया की जॉर्ज एवरेस्ट से सभी गढ़वाल की ऊंची चोटियों को आसानी से देखा जा सकता था।
हालांकि पहले माना जाता था कि पूरे विश्व में सबसे ऊंची चोटियां एनडीएस और कंचनजुंगा की है हिमालय की चोटियों के बारे में पहले लोगों को इतनी जानकारी नहीं हुआ करती थी।
लेकिन सर जॉर्ज एवरेस्ट के ट्रिगोनोमेट्रिकल मेथड से उन्होंने सभी चोटियों की ऊंचाइयों को निकालना शुरू किया और यह साबित कर दिया की विश्व की सबसे ऊंची छोटी हिमालय की है।
और एक ख़ास बात आप सबने माउंट एवरेस्ट का नाम जरूर सुना होगा आपको यह बात जान कर खुशी होगी की माउंट एवरेस्ट का नाम भी सर जॉर्ज एवरेस्ट के नाम पर ही रखा गया था।
और तो और भारत का नक्शा भी जॉर्ज एवरेस्ट हाउस में ही बनाया गया था। इस ही कारण से यह स्थान पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय है।
अगर आप सर जॉर्ज एवरेस्ट की प्रयोगशाला (laboratory) का सामान देखने चाहते हो जैसे की उनकी थिअडलिट (Theodolite) टेलिस्कोप (Telescope)
कंपनसेशन बार (Compensation Bar) यह सभी चीज़े आपको survey of India के देहरादून के म्यूजियम में देखने को मिल जायेगी।
जॉर्ज एवरेस्ट क्यों प्रसिद्ध है - Why George Everest Mussoorie
- George Everest Mussoorie ट्रेकिंग के लिए प्रसिद्ध है।
- George Everest व्हाइट हाउस के लिए प्रसिद्ध है।
- प्रयोगशाला के लिए प्रसिद्ध है।
- खूबसूरत नज़ारों के लिए प्रसिद्ध है।
- फोटोग्राफी के लिए प्रसिद्ध है।
- जॉर्ज एवरेस्ट कैंपिंग के लिए प्रसिद्ध है।
- और पिकनिक स्पॉट के लिए भी George Everest प्रसिद्ध है।
जॉर्ज एवरेस्ट जाने का सबसे अच्छा समय - Best time to visit George Everest Mussoorie
George Everest Mussoorie आप किसी भी मौसम में जा सकते हो यह जगह 12 महीने टूरिस्ट के लिए खुली रहती है। अगर में अपनी बात करु तो मै यहां मई के महीने में गया था।
और मुझे यह समय सबसे अच्छा लगा क्योंकि इस समय यहां ज्यादा ठण्ड नहीं होती है, और आप यहां के मौसम का बहुत अच्छे से मज़ा उठा सकते हो।
तो मेरे हिसाब आपको यहां गर्मियों के मौसम में जाना चाहिए मई से जुलाई के बीच में अगर आप मई के महीने में यहां घूमने जाते हो तो आप Kempty Fall भी जा सकते हो।
यह जगह भी मसूरी की सबसे लोकप्रिय जगह में से एक है। और यह समय केम्पटी फॉल जाने का यह सबसे अच्छा समय होता है।
जॉर्ज एवरेस्ट तक पहुंचने के लिए कितने किलोमीटर की ट्रेकिंग करनी होगी - George Everest trekking distance
George Everest Mussoorie पीक तक पहुंचने के लिए आपको कितनी दूरी ते करनी होगी इसे हम 4 भागो में बाट कर समझते है। ऐसा करने से आपको बहुत आसानी से समझ में आजायेगा की जॉर्ज एवरेस्ट पीक तक पहुंचने के लिए आपको असल में कितनी दूरी आपको ते करनी होगी।
- सबसे पहले आपको: लाइब्रेरी बस स्टैंड से हाथीपांव चौक पहुंचना होगा।
- उसके बाद आपको : हाथीपांव चौक से जॉर्ज एवरेस्ट बेस पहुंचना होगा।
- फिर आपको : जॉर्ज एवरेस्ट बेस से जॉर्ज एवरेस्ट हाउस तक पहुंचना होगा।
- अब यहां से आप : जॉर्ज एवरेस्ट हाउस से जॉर्ज एवरेस्ट चोटी तक पहुंच सकते हो।
1. लाइब्रेरी बस स्टैंड से हाथीपांव चौक की दूरी 4 किलोमीटर की है। और इस दूरी को ते करने में आपको 50 से 60 मिनट का समय लग सकता है।
अगर में अपनी बात करू की मै कैसे लाइब्रेरी बस स्टैंड से हाथीपांव चौक तक पहुंचा तो में आपको बताना चाहता हु मै mussoorie 3 दिनों के लिए गया था और मेरे आखरी वाले दिन मै जॉर्ज एवरेस्ट गया था।
और मै देहरादून से ही स्कूटी रेंट कर के मसूरी आया था तो में सुबह जल्दी उठकर तैयार होकर अपनी स्कूटी से जॉर्ज एवरेस्ट के लिए निकल गया खूबसूरत और शानदार रास्तो का मजे लेते हुए। मै आपको अपने अनुभव से बताना चाहता हूँ की आपको भी जॉर्ज एवरेस्ट स्कूटी रेंट करके ही जाना चाइए।
ऐसा करने से आप आराम से खूबसूरत रास्ते के फोटो क्लिक करते हुए वीडियो शूट करते हुए बहुत मज़े से आप लाइब्रेरी बस स्टैंड से हाथीपांव चौक पहुंच सकते हो।
2. हाथीपांव चौक से जॉर्ज एवरेस्ट बेस कैंप की दूरि 1.5 किलोमीटर की है और आपको इस दूरि को ते करने में 15 से 20 मिनट का समय लग सकता है।
हाथीपांव चौक पहुंचने के बाद मैने अपनी स्कूटी साइड में लगाई और में निकल पड़ा एवरेस्ट बेस कैंप के लिए इस 1.5 किलोमीटर के सफर में मुझे कुछ खूबसूरत पेड़ देखने को मिले और यह रास्ता जंगल के बीच में से होकर जाता है।
तो यहां प्राकृतिक सुंदरता का भी आपको शानदार अनुभव होगा जैसे मुझे हुआ और मै प्राकृतिक सुंदरता के मज़े लेते हुए तोहड़े फोटो और वीडियो शूट करते हुए जॉर्ज एवरेस्ट बेस कैंप पहुंच गया।
3. जॉर्ज एवरेस्ट बेस कैंप से जॉर्ज एवरेस्ट हाउस 1.1 किलोमीटर है। आपको इस दूरि को ते करने में 15 से 20 मिनट का समय लग सकता है।
George Everest बेस कैंप पहुंचने के बाद मै निकल गया जॉर्ज एवरेस्ट हाउस देखने के लिए लेकिन उसके फोटोज मेरे पास से डिलीट हो गए है।
तो वो आपको यहां देखने को नहीं मिलेंगे जॉर्ज एवरेस्ट हाउस देखने के बाद मैने तोहड़ा आराम किया और वही पर मुझे खाने पीने की दुकाने दिख गयी फिर क्या था।
मै वहा रुक गया और मैने अपने लिए एक मेग्गी और एक आलू पराठा आर्डर किया यह सब खाने के बाद में निकल गया अपने आखरी पड़ाव की ओर ।
4. जॉर्ज एवरेस्ट हाउस से जॉर्ज एवरेस्ट चोटी की दूरि 900 की है। आपको इस दूरि को ते करने में 30 से 40 मिनट का समय लग सकता है।
जॉर्ज एवरेस्ट हाउस को देखने के बाद में जॉर्ज एवरेस्ट चोटी के लिए निकल गया सच में रास्ता काफी मज़ेदार था। लेकिन तोडा सा आपको ध्यान रखने की भी जरूरत है।
क्योंकि वहां पुरे रास्ते में रेत और गिट्टियां बिखरी हुई है। तो आपको अपना ध्यान खुद रखना होगा। लेकिन रास्ता सच में एडवेंचर से भरा हुआ है।
और जॉर्ज एवरेस्ट चोटी तक पहुंचने के बाद जो नज़ारा आपको दिखाई देगा वो सच में यादगार होगा आपके लिए आपको सच में लगेगा की आपने सच में किसी चोटी की चढाई की है।
जब आप जॉर्ज एवरेस्ट की चोटी की चढाई करोगे तो आपके रस्ते में एक शानदार कैफ़े भी आएगा जहां आपको जरूर रुकना चहिए जब में गया था। उस समय यहां बारिश आगयी थी तो इस वजहे से पूरा कैफ़े बंद था।
लेकिन आप जरूर यहां रुके और बहुत सारे फोटोज क्लिक करें। क्योंकि यह जगह फोटोज लेने के लिए एक शानदार जगह है।
एक खास बात आप जब भी जॉर्ज एवरेस्ट की चोटी पर जाएं तो वहां अपनी बॉटल या कोई भी कचरा वहां पर फेक कर ना आए वापिस उसे अपने बैग में रख कर डस्टबिन में ही डालें।
जॉर्ज एवरेस्ट कैसे पहुंचा जाये - How to reach George Everest
जॉर्ज एवरेस्ट पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले mussoorie पहुंचना होगा mussoorie पहुंचने के बाद आप mussoorie से ही स्कूटी या टैक्सी रेन्ट करके बहुत आसानी से जॉर्ज एवरेस्ट तक पहुंच सकते हो।
जॉर्ज एवरेस्ट जाने का समय - George Everest Timing
जॉर्ज एवेरेस्ट आप सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक जा सकते हो और अगर में मैरी बात करू तो में सुबह 9 बजे गया था और दिन की 1 बजे तक वहां से निकल गया था। आप अपने हिसाब से कोई सा भी समय चुन कर जॉर्ज एवेरेस्ट जा सकते हो।
जॉर्ज एवरेस्ट जाने के टिकट की कीमत - Entry fees for George Everest
जॉर्ज एवरेस्ट जाने के लिए आपको कोई भी टिकट नहीं लेना होता है। जॉर्ज एवरेस्ट में प्रवेश करना बिलकुल नि: शुल्क है।
जॉर्ज एवरेस्ट के लिए टिप्स - Tips for George Everest
जॉर्ज एवरेस्ट जाते समय अगर आप यह कुछ चीज़े अपने साथ लेकर जाते हो तो आपकी जॉर्ज एवरेस्ट की यात्रा और भी अच्छी हो सकती है।
- एक अच्छे आरामदायक जूते आपके पास जरूर होने चहिए।
- एक पानी की बोतल।
- थोड़ा बहुत नाश्ता।
- ब्लूटूथ स्पीकर।
- और एक अच्छा कैमरा।
मसूरी से जॉर्ज एवरेस्ट की दूरि - Mussoorie to George Everest Distance
मसूरी के लाइब्रेरी चौक से जॉर्ज एवरेस्ट की दूरि 5.7 किलोमीटर की है इस दूरि को ते करने में आपको 28 से 30 मिनट का समय लग सकता है।
देहरादून से जॉर्ज एवरेस्ट की दूरि - Dehradun to George Everest Distance
अगर आप देहरादून से जॉर्ज एवरेस्ट जाना चाहते हो तो आपको पहले देहरादून से मसूरी जाना होगा। देहरादून से मसूरी 32 किलोमीटर की दूरि पर स्थित है।
और मसूरी से जॉर्ज एवरेस्ट की दूरि 5.3 किलोमीटर है। आपकी कुल दूरि देहरादून से जॉर्ज एवरेस्ट की 37.3 किलोमीटर की होगी और इसको दूरि ते करने में आपको 1 घंटे 50 मिनट का समय लग जाएगा।
जॉर्ज एवरेस्ट का निकटतम रेलवे स्टेशन - Nearest Railway Station from George Everest Mussoorie
जॉर्ज एवरेस्ट का निकटतम रेलवे स्टेशन उत्तराखंड राज्य की राजधानी देहरादून में स्थित है।
जॉर्ज एवरेस्ट मसूरी से निकटतम हवाई अड्डा - Nearest Airport from George Everest Mussoorie
जॉर्ज एवरेस्ट का निकटतम हवाई अड्डा उत्तराखंड राज्य की राजधानी देहरादून में स्थित है।
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