चूड़धार ट्रेक के बारे में जानकारी - Information About Churdhar Trek Himachal Pradesh
Churdhar Trek आपको हिमालय की सबसे ऊंची चोटी पर ले जाता है। और यह सच बात है, Churdhar की अधिकतम ऊंचाई 12000 फीट है। जोकि हिमालय की शिवालिक पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटी है।
और इस Trek के बारे में आज भी बहुत कम लोग जानते है अंग्रेज़ी में हम इसको Unexplored Trek भी कहा जा सकता है। यह ट्रेक आपको धरती पे स्वर्ग का अनुभव निश्चित रूप से करवाएगा । मैने कही सारे Trek किए है लेकिन इस ट्रेक की बात सबसे अलग है। यह ट्रेक सच में आपकी सोच से भी ज्यादा खूबसूरत है।
Trekking के दौरान आपको कही तरह की जड़ी बूटियों के पेड़ भी दिखाई देंगे जोकि आपको शायद ही और कही देख ने को मिले। इस जगह पर शिव भगवान की एक बहुत ही सकारात्मक लहर चलती है।
इसको शब्दों में नहीं बताया जा सकता इसका अनुभव आपको खुद करना होगा। और चूड़-धार को चुरी-चांदनी धार (स्नो रिज का चूड़ियाँ) के रूप में भी जाना जाता है।
Churdhar शिखर का दृष्टिकोण तीन तरफ से किया जा सकता है। सबसे छोटा और सबसे लोकप्रिय सिरमौर जिला नौराधार का है। यह शिखर 56 वर्ग किलोमीटर के वन अभयारण्य से घिरा हुआ है, जो ट्रैकिंग को एक आनंदमय स्थल बनाता है।
इस ट्रेक का रास्ता घने जंगलों से होता हुआ जाता है जोकि सच में आपको एक बहुत ही शानदार एडवेंचर कराएगा और ट्रेक का अंतिम एक घंटा आपको ज़िन्दगी भर के लिए आपकी आँखों में कैद हो जायेगा।
क्योंकि वो दृश्य इतना शानदार होता की आप उसे चाहके भी नहीं भूल पाओगे और अगर आपको मौसम साफ़ मिला तो आप बड़े आसानी से बद्रीनाथ और केदारनाथ, शिमला, चैल, कुफरी, कसौली और चकराता तक के सभी रास्ते देख सकते हैं।
चूड़धार क्यों प्रसिद्ध है - Why Churdhar Famous
- Trekking के लिए।
- कैंपिंग के लिए।
- हिमाचल की सबसे ऊंची चोटी के लिए जिसकी अधिकतम ऊंचाई 12000 फीट है।
- शंकर भगवान के प्राचीन स्थान के लिए।
- Churdhar Trek के घने जंगलो के लिए जोकि 56 वर्ग किलोमीटर के वन अभयारण्य में घिरा हुआ है।
- Churdhar Trek की अदभुत सुंदरता के लिए।
- चूड़धार के वन्यजीव अभयारण्य के लिए भी प्रसिद्ध है।
चूड़धार ट्रेक करने का सबसे अच्छा समय - Best time to trek Chudhar
Churdhar Trek करने का सबसे अच्छा समय है मई से अक्टूबर इस समय यहां का मौसम बहुत शानदार रहता है नवंबर के बाद Churdhar Trek का रास्ता बंद हो जाता ज्यादा बर्फ गिरने की वजह से फिर यह रास्ता अप्रैल के बाद फिर से शुरू हो जाता है।
चूड़धार का मौसम केसा रहता है - Weather in Chudhar Himachal Pradesh
Churdhar का तापमान 12 महीने ही बहुत ठंडा रहता है। आपको यहां मई के मौसम में भी बर्फ देखने को मिल जाएगी। मैने भी यह ट्रेक मई के समय ही किया था।
चूड़धार कैसे पहुंचे - How to reach Churdha Himachal Pradesh?
आप यहां पे बहुत आसानी से पहुंच सकते हो आपको सबसे पहले आपको दिल्ल से सोलन आना है, दिल्ली से सोलन तक Ac बस चलती है । सोलन से आपको बस बदल नी पड़ेगी सोलन से आपको नोराधर के लिए बस लेनी होगी।
और अगर आप बाइक या कार से जाना चाहते हो तो भी आप बहुत आसानी से पहुंच सकते हो। मैरी बात करें में यहां पर बाइक से गया था। और रोड की बात करें तो रोड भी बहुत शानदार बने हुए है। आपको अपनी खुद की कार या बाइक से पहुंचने में 10 से 11 घंटे का समय लग सकता है।
चूड़धार कहा पर है - Churdhar Trek Location
Churdhar Himachal Pradesh के सिरमौर जिले में स्थित है नोराधार में ।
दिल्ली से चूड़धार के रास्ते में कौन कौन सी जगह आएगी - The Route from Delhi to Chudhar
Delhi से Churdhar Himachal Pradesh जाते समय यह कुछ जगह आपके रस्ते में आएगी।
सबसे पहले आप जाएंगे :-
- दिल्ली से सोनीपत
- सोनीपत से पानीपत
- पानीपत से कर्नल
- कर्नल से कुरुक्षेत्र
- कुरुक्षेत्र से अम्बाला
- अम्बाला से सोलन
- सोलन से राजगढ़
- राजगढ़ से नोराधर
क्या दिल्ली से चूड़धार एक बार में पहुंचा जा सकता है - Delhi To Chudhar in one go Possible?
जीहा Delhi से Chudhar बहुत आसानी से एक बार में पहुंचा जा सकता आप अपनी खुद की गाड़ी से 10 से 11 घंटे में बहुत आसानी से यहां पहुंच सकते हो।
चूड़धार ट्रेक कितने किलोमीटर का है - How many kilometer is a chudhar Trek?
यह ट्रेक पूरा करने के लिए आपको 18 किलोमीटर चलना होगा। आना और जाना 36 किलोमीटर।
चूड़धार ट्रेक कहा से शुरू होता है - Churdhar Trek Start Point?
Churdhar Trek नोराधर से ही शुरू होता है।
चूड़धार ट्रेक शुरू करने से पहले किन बातों का आपको ध्यान रखना है - Things to keep in mind before starting Chudhar Trek?
Churdhar Trek शुरू करने से पहले आपको अच्छे से ब्रेकफास्ट करना है और अपने साथ पानी की बोतल और कुछ खाने का सामान साथ रखना है। क्योकि यह ट्रेक के बीच में बस एक ही जगह आती है उस जगह का नाम है।
तिरि जो की आप फोटो में देख सकते हो यहां पे आपको मैगी चाय और दाल चावल मिल जाएंगे और इसके बाद आपको Churdhar में ही मिलेगा खाने को इसलिए अपने साथ कुछ खाने का जरूर रखे क्योंकी यह Trek बहुत लम्बा है और घने जंगलो में से होते हुए जाता है।
कुछ टिप्स आपके लिए :-
- आरामदायक जुटे पहने Trekking करते समय जिससे आपको Trekking करने में कोई समस्या ना आये।
- अपने साथ एक बैग जरूर साथ रखे जिसमे आप पानी की बोतल और कुछ खाने का सामान रख सकें।
- मोबाइल चार्ज करने के लिए पावर बैंक साथ जरूर रखे ताकि गाने सुन सके
- एक ब्लूटूथ स्पीकर साथ जरूर रखे Trekking को यादगार बनाने के लिए।
- और एक मोटी Jacket जरूर साथ रखें क्योकि टॉप पे पहुंच ने बाद आपको बहुत ठंड लगेगी।
कौनसे होटल में रुकें ट्रेक शुरू करने से पहले - Which hotel to stop Before Starting the Trek
नोराधार में ज्यादा होटल नहीं है क्योकि नोराधार बस एक गांव है। नोराधर Churdhar के Trek के लिए प्रसिद्ध है, । इसलिए लोग बस यहां पे ट्रैकिंग करने आते है। में जिस होटल में रुका था। उसका नाम है, Hotel Anand Regency कमरे की बात करें तो कमरे सही बने हुए है। साफ़ सुथरे है इस होटल का किराया भी ज्यादा नहीं है, मैने इस होटल में एक रात का किराया 600 रुपए दिए थे । हो सकता है की अब किराया तोहड़ा बढ़ गया हो।
आप भी इस होटल में रुक सकते हो और आप चाहो तो और भी होटल के बारे में पता कर सकते हो। क्योकि में जब नोराधार पहुंचा था तब तक रात के 9 बज गए थे। इसलिए में ज्यादा कुछ नहीं देख पाया था।
क्या यह ट्रेक करने के लिए गाइड करना जरुरी है - Is it necessary to Guide to Trek?
जीहां इस ट्रेक को बिना गाइड के नहीं करना है आपको अगर आप पहली बार यह ट्रेक कर रहे हो तो। क्योकि इस ट्रेक का रास्ता बहुत लम्बा है और यह रास्ता घने जंगलो में से होते हुए जाता है। कोई भी नया इंसान बहुत आसानी से यहां पर रास्ता भटक सकता है। यहां के गाइड भी आपको अंधेरा होने से पहले churdhar पहुंचा देते है।
क्योकि अगर एक बार अंधेरा हो गया तो गाइड ज्यादा कुछ नहीं कर सकता। इस जंगल में काफी ज्यादा जंगली जानवर है और भालू का दिखना यहां आम बात है। यहां के लोकल लोगो को पता होता है।
की ऐसी परिस्थिति में कैसे और क्या करना चाहिए इसलिए गाइड करना जरूरी है। और गाइड आपको काफी सारी बाते भी बताता है। उस जगह के बारे में जो जानके आपको काफी मज़ा भी आता है और सामान्य ज्ञान भी बढ़ता है। जिसभी होटल में आप रुकेंगे वो होटल वाले ही आपको गाइड करा के दे देंगे।
कितने दिन का समय आपको लगेगा यह ट्रेक करने में - How long will it take you to trek
यह ट्रेक करने में आपको दो दिन का समय लगेगा एक दिन ऊपर जाने के लिए और दूसरा दिन नीचे आने के लिए।
यह ट्रेक आप सुबह जल्दी शुरू करदे ताकि ऊपर जाके आप पूरा मज़ा उठा सकें जल्दी से मेरा मतलब है की सुबह 6 या 7 बजे आप यह ट्रेक शुरू करदे मैंने यह ट्रेक 11 बजे शुरू किया था लेकिन जब में ऊपर पहुंचा तो तोहरी ही देर में अंधेरा हो गया था। इसलिए आप ऐसी गलती नाकरे और सुबह जल्दी यह ट्रेक शुरू करें।
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